यह फ़क्र नही यह फर्क है। यह फ़क्र नही यह फर्क है।
रोक सको दम गर है तुममें, प्रलय-प्रकाश जोड़ रहीं हूँ रोक सको दम गर है तुममें, प्रलय-प्रकाश जोड़ रहीं हूँ
सौ सौ बार बिखरी हूँ मै सौ सौ बार निखरूंगी मैं एक दरवाज़ा बन्द करोगे तो…......... सौ सौ बार बिखरी हूँ मै सौ सौ बार निखरूंगी मैं एक दरवाज़ा बन्द करोगे तो…..........
क्या खता है मेरी लांछन मेरे पर ही लगाए जाते हैं! क्या खता है मेरी लांछन मेरे पर ही लगाए जाते हैं!
तुम हो मुस्कान का जहान मेरी , जिंदगी में मेहमान मेरी .. तुम हो मुस्कान का जहान मेरी , जिंदगी में मेहमान मेरी ..
कुचली गई थी समस्त औरत जात जहाँ औरत ने औरत पर अत्याचार किया। कुचली गई थी समस्त औरत जात जहाँ औरत ने औरत पर अत्याचार किया।